धड़कन में गीत ही जीवन है
- 2-
तू चाँद थी
तू चाँद है
तेरा चाँद होना
है एक सच!
मैं सूरज
अपनी आग 🔥 बुझा
तुझ चाँद का
दाग अब बन बैठा!
3-
प्यास से मुखातिब हुई चाहतें …
जंजीरों में जकड़ी थी तब ख्वाहिशें …
गुफ्तगू तमाम खयालों में हुई…
खामोशियाँ बेसाख्ता चीखती रहीं
हसरतें तब भी मगर खामोश थीं …
4-