
मेरे कमरे की खिड़की के बाद कवर्ड बरामदा है …
फिर बरामदे की खिड़की..
फिर किचन गार्डन..

फिर पीछे से होता सूर्योदय…
दैनिक आनंद…
वो भी बिस्तर पर लेटे-लेटे… !
मैं कैसे कह दूँ की उसकी कृपा नहीं है मुझपर ?
सुखी जीवन जीने का यही सही तरीका है!
सकारात्मक सोच ही सुख का
सबसे प्रमुख कारक है!
सुख संरक्षित रखने हैं तो सकारात्मकता को जीवित रखने का हर एक यत्न अवश्य किया जाना चाहिए!