1
उदार हृदय खोल द्वार…
अजनबी का करता सत्कार…
जाते वो सकुचाता आज
कल दिखता जताते वो ही अधिकार…
ऐसे ही यह नियति निर्मित
बना ऐसे ही यह संसार…
ऐसे ही चलता आया
जीवन का अजब व्यवहार..
. 2 .
जिसके दिल में रहता हो एक नादान बच्चा…
वो शख्स होता अच्छा.. बहुत नेक.. और सच्चा!
.
. 3 .
धोखे के होते यही धारदार हथियार…
भोली सूरत.. मीठी बोली.. और टपकता प्यार..
.