सत्तामद की कारगुज़ारी के इस प्रकरण में, सरकारी कार्रवाइयों और समाचार प्रबंधन की (भी), कारीगिरी को ध्यान से देखिएगा!
अन्य समान प्रकरणों से तुलना कीजिए और लीपापोती को समझने का प्रयास भी कीजिएगा तो आपको भी वही सब दिखने जायेगा जिसे देखकर मैं, अक्सर ‘दुखी’ होते रहता हूँ!
एक अभिमत यह भी है कि सबूत मिटाने के उद्देश्य से रिसॉर्ट् को तोड़ा और जलाया गया!
अंकिता मर्डर, सड़कों पर उतरे हजारों लोग: फोटो लेकर प्रदर्शन कर रहे, श्रीनगर बंद; पीएम रिपोर्ट से नाखुश परिवार नहीं करेगा अंतिम संस्कार
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