पिंक की पिनक..
कहीं ना कहीं से.. रोज़ रोज़ आतेखिलते खिलखिलातेकभी लाल कभी पीलेकभी गुलाबीरोजेज देखता हूँ…तो श्वेत से निकलकरपिंक होने लगता हूँ!जाने
जीवन दर्शन -9
यथार्थ को देख पाना और सहना दोनों ही मुश्किल हैं! – #सतदर्शन ऐसे और पोस्ट देखने के लिए और सतदर्शन
जीवनदर्शन- 6
सामूहिक रूप से देखें तो देशों में से जापान एक ऐसा ही देश है जहां अनेक जीवित ज्वालामुखी और निरंतर
जय जय शिव शम्भू!
बाबा वैद्यनाथ! कृपालु हों सब पर… संसार में सौहार्द रहे.. सब स्वस्थ रहें… समृद्ध रहें … आनंद हो ! –
साँच को लगती आँच..
अब तक ना थी देश मेंकभी साँच को आँचअब साँच की चिंता है घनीफूटे सिर या आँख !बच गये अंग