सुख चाहिये? ये लीजिये! – 2
संसार में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जिसका प्रतिदिन किसी ना किसी समस्या से सामना ना होता हो!
ना ऐसी कोई समस्या हो सकती है जिसके पीछे कोई कारण ना हों !
ना ही ऐसा कोई कारण जिसे प्रयास अथवा परिवर्तन से बदला / हटाया / सुधारा ना जा सकता हो !
कभी भी किसी भी समस्या के उपस्थित होने पर सर्वप्रथम तटस्थ भाव से उसके सभी संभावित कारणों को खोजा जाना चाहिये तभी उसके ठोस कारण / कारणों तक पहुँचा जा सकता है •••
इतना होना ही समस्या के आधे हल होने जैसा है !
समस्या का / के कारण मिलने पर उन कारणों को हटाने पर दुनियाँ की हर समस्या का हल पाया जा सकता है!
प्रत्येक छोटी बड़ी समस्या का उचित हल निकाला जाना संभव है!
बस ठान लें
और
हर समस्या का उचित हल हँसते हँसते निकालते जायें!
समअस्याओं का सामना करने का ढंग ही जीवन में सुख-दुख का निर्धारक है!
#सत्यार्चन (वैश्विक – वेब खोज सक्षम)
Today’s Broadcast
– #SathyaArchan (GLOBAL@Web searches)
🔺 🔻🔺🔻