“भला इन बातों से मेरा #क्या_लेना_देना?”
यही सोचकर
पड़ोस में #लगी_आग पर
तुम सब #चुप ही बैठे रहना!
मगर
अगर कभी
तुम पर या तुम्हारे अपनों पर
#कुछ_ऐसी_ही बीते
और लोग चुप रहें
तब अकेले अकेले रोते हुए
सोचकर #पछताना
.
#कभी_तुमने_भी तो कहा था…
“मुझे क्या लेना देना! “