अधिकांश शिक्षक आज भी साहसी और गरिमामयी हैं!
इस #सकारात्मक_समाचार को पढ़िए और #समझने_का_प्रयास_कीजिए कि #सामाजिक_परिदृश्य आज भी उत्कृष्ट है! किंतु आमजन #अच्छी_घटनाओं_को पढ़कर उतना #आनंदित_नहीं_होता जितना कि #नकारात्मक_खबरों_को_पढ़कर.. ना ही #आमआदमी किसी की अच्छाइयों को उतने लोगों से जाकर बताता जितना कि #नकारात्मक घटनाओं को फैलाता है! इसीलिए #लाभप्रदता आधारित #समाचार_उद्योग केवल वही परोसता है जो #बहुसंख्य_के_लिए रुचिकर हो.. जिसकी ज्यादा से ज्यादा चर्चा हो! जब कोई बहुत विशेष अच्छाई सामने आती है तभी समाचार उद्योग आमजन के सामने रखता है और तभी आमजन उसमें रुचि दिखाता है! जबकि दैनंदिन जीवन में, प्रतिदिन 99% से भी अधिक अच्छी घटनायें घटती हैं इसीलिए ही उन्हें सामान्य घटित माना जाता है! समाज सुंदर है कुरुप नहीं!
*छात्रा के बस्ते से निकली नागिन,VIDEO:* दतिया में छात्रा ने बैग में हाथ डाला तो दिखा सांप; टीचर ने बस्ता लेकर लगाई दौड़
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वर्णित घटना में #क्षिक्षक_विजय_शंकर_सोनी जी का साहसिक कृत्य ना केवल सराहनीय, बल्कि वंदनीय भी है!