.
मुझे तो याद है अब भी
और तुम्हें भी याद होगा ही ...
कभी अपने बीच करीब का
एक रिश्ता हुआ करता था..!
चंद बेमक़सद से रिश्तों की
कायमी की खातिर..
कई हसीन रिश्तों के हमल
बहानों से गिराये गये!
-#सत्यार्चन का #सतदर्शन
.
मुझे तो याद है अब भी
और तुम्हें भी याद होगा ही ...
कभी अपने बीच करीब का
एक रिश्ता हुआ करता था..!
चंद बेमक़सद से रिश्तों की
कायमी की खातिर..
कई हसीन रिश्तों के हमल
बहानों से गिराये गये!
-#सत्यार्चन का #सतदर्शन
WhatsApp us