अपना बना लो
अपने वही हो पाते हैं, जो अपनाये जाते हैं
अपनाने से अंजाने भी, अपने ही हो जाते हैं
आगे बढ़ बाँहें फैलाओ
मनचाहे को अपनाओ…
या मनचाही बाँहों में,
जाकर तुम्हीं समा जाओ…
जी लो जीने का सहारा पा
या तुम ही सहारा बन जाओ…
बना लो किसी को तुम अपना
या किसी के अपने बन जाओ…
हो सकता जीवन गीत मधुर
गाओ या गीत ही बन जाओ…
- – सत्यार्चन