अजब-गजब वक्तव्य
($1=83₹ पर सरकारी वक्तव्य)
निकम्मी सरकारों के शासनकाल, 1947 से 2014, में डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता रहा.. इतना कमजोर कि कई कई बार लड़खड़ाकर गिरता रहता था किन्तु 2014 के ऐतिहासिक सत्ता परिवर्तन के बाद फिर कभी..
रुपया कमजोर नहीं हुआ…हाँ डॉलर जरूर मजबूत होते चला गया!
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इतिहास को नये सिरे से लिखने वालों के लिए यह वक्तव्य प्रेरणादायक हो सकता है और नवसृजित वैश्विक इतिहास में टाइटेनिक दुर्घटना को नये सिरे से ऐसे भी लिखा जा सकता है कि
19वीं सदी में विश्व की प्रतिष्ठित जहाजरानी कंपनी द्वारा निर्मित आलीशान “टाइटेनिक” समुद्र में डूबा नहीं था… बल्कि समुद्र का पानी ही जहाज के अंदर जबर्दस्ती घुस आया था जिससे टाइटेनिक समुद्र तल में पहुंचकर बैठ गया.. टाइटेनिक तो एक बहुत मजबूत और शतप्रतिशत सुरक्षित जहाज था! प्रतिद्वंदी जहाजरानी कंपनियों ने व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा के कारण इसके समुद्र में डूबने का झूठा दुष्प्रचार कराया था! जिससे टाइटेनिक के समुद्र में डूबने की झूठी खबर ही सच मान ली गई थी! जबकि सच यह था कि टाइटैनिक डूबा नहीं था…
हाँ समुद्र का पानी ही जरूर जहाज में घुस आया था!
#सत्यार्चन का #सतदर्शन