क्यों मणिपुर बदहाल.. उपजते कुछ सवाल…
#मणिपुर कितना बदहाल? बता खुद #मुख्यमंत्री जी ने.. जब किये गये सवाल…
2 महिलाओं की नग्न परेड का वीडियो “वायरल होने पर” एक वरिष्ठ केन्द्रीय मंत्री दुखी या शर्मिंदा नहीं.. नाराज हैं! नाराजी यह है कि संचार के सबसे बड़े साधन इंटरनेट को लगातार अवरुद्ध करने के बाद भी… प्रशासन और कार्यकर्ताओं की जागरूकता के बाद भी कथित वीडियो वायरल कैसे हो गया ? #सोशल_मीडिया की ताकत के आगे मजबूर हो #मेनस्ट्रीम_मीडिया को इसे देश के सामने क्यों रखना पड़ा ? इतने सघन प्रयासों के बाद भी देश के सामने सच कैसे पहुँच गया?
दूसरी ओर मुख्यमंत्री #मणिपुर से जब प्रश्न किया गया कि 4 मई को हुई इस भीषण घटना पर एफआईआर 18 मई को क्यों हो पाई ? .. इसकी जानकारी आप को क्यों नहीं है ? .. अब तक इसके आरोपियों को गिरफतार क्यों नहीं किया गया तो माननीय मुख्यमंत्री जी कहते हैं हजारों एफ आई आर हुई हैं हजारों लोग बेघर हुए हैं और सेंकड़ों महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं ( रेप और #नग्न_परेड ???) हुई हैं… किस किस पर व्यक्तिगत संज्ञान लूं?
यह दुरावस्था है डबल एंजिन की सरकार वाले मणिपुर की !
एक और बिडम्बना देखिये कि उपरोक्त दुरावस्था के बचाव में कुछेक चाटुकार पत्रकार गैर भाजपा शासित 10 राज्यों में से कुछेक के विगत 2020 से अब तक के वर्षों में हुए ऐसे ही 7-8 प्रकरणों के मुद्दे ढूँढकर लाये हैं… और यह प्रश्न उठा रहे हैं कि इनपर चर्चा क्यों नहीं हुई?
तो भईये… तुम और तुम्हारे साथी कलम के कारीगर क्या तब सोये हुए थे? और क्या अब सोये से गये गुजरे बिके हुए नहीं हो…? तभी शायद तब आप लोगों ने कोई चर्चा ना की हो?
क्या विपक्ष ने रोका था तुम्हें समाचार दिखाने से ?
… और अगर विपक्ष या सत्तापक्ष के रोके से समाचार दिखाने से रुक जाने वाले हो तब तो तुम पर बिकाऊ … दलाल… चाटुकार.. पत्रकार होने होने के लगते आरोप सही ही हुए ना ?
(विशेष निवेदन- हम किसी के प्रशंसक या विरोधी नहीं! राष्ट्रहित हेतु केवल सच परोसते हैं… ! फिर चाहे वह सच वीभत्स नग्न हो या संजा-सँवरा! इसीलिए जिनकी आत्मा मरी नहीं है वे इसे लगातार साझा कर समर्थन करें या उचित विरोध जतायें ! धन्यवाद्!!
देखियेगा