• 7k Network

माँ का सौदा..

#प्यारी_माँ!

माँ!
.
यूँ तो बड़ा प्यारा शब्द है #माँ पर आज माँ की दयनीय स्थिति के दिखावे और माँ के नाम का फायदा अपने सुख संपन्नता के लिए उठाने वालों के कारण, आज माँओं की दुर्दशा दिनों दिन बढ़ते दिख रही है!

#भारी_माँ!


.
यदि आप सुविधा संपन्न हैं और आपकी माँ सड़कों पर रुदन करती घूमती दिखती है तो आप क्या हैं?
.
और यदि अन्योन्य की माँ की दुर्दशा दिखलाकर आप लोकप्रियता का  लाभ उठा रहे हो तो आपको क्या ही कहें!
.
इस तरह तो आप उन निम्नस्तरीय  राजनेताओं की नीचता से प्रतिस्पर्धा  करते दिखेंगे जिनका वास्तविक स्थान धरती से नीचे रसातल में होना चाहिए था!
.
क्या ढोंगी समाज और राजनीतिज्ञों की छद्म मातृशक्ति वंदना नीचता नहीं…?
.
#जननी_माँ!
#भारत_माँ!
समस्त #स्त्री_शक्ति- माँ!
सभी अन्नपूर्णायें माँ!
#गाय_माँ!
#धरती_माँ!
#प्रकृति_माँ!
#नियति_माँ!
कन्या तो माँ ही नहीं #देवी_माँ है!
.
मगर हो क्या रहा है इन सबके साथ….?
.
भारत माँ के नाम समर्पण का छद्म जुनून दर्शाने वाले, अपनी पत्नी, भग्नि, पुत्री और जननी माँ को,  निसहाय, निरुपाय और निर्धन दशा में छोड़कर भाग जाते हैं. क्या वास्तव में वे सुख वैभव की खोज में नहीं भागते..? वे जिनकी जननी मां सड़कों पर भिखारन की तरह भटकती फिर रही हो… उन #साधु_संत_महात्मा, विरक्तों को मुझे नहीं लगता कि ईश्वर क्षमा करता होगा?
.
जो अपने #जनक और #जननी_मां के  प्रति, नैसर्गिक दायित्व से विमुख हो, उन्हें निसहाय दशा में छोड़, अपने परलोक संवर्द्धन का लक्ष्य ले बाहर निकले हों, उन्हें #ईश्वर कैसे क्षमा कर सकता है?
.
सभी मनुष्यों को, ना तो पोषक #गौमाता के प्रति, ना ही सम्मान प्रदाता #मातृभूमि के, ना ही जननी के प्रति ही उदासीन होना चाहिए! किंतु हो यही रहा है ऐसे समय में जब शुभ #सनातन सबल का #सुदृढ़_शासन है, तब भी, दूध जैसा उत्तम पोषण राजा जैसा पद देने वाली #गाय_माँ #सड़कों_पर_रहने और रोज रोज दबकर मरने #लावारिस_छोड़_दी जा रही है?
.
आज जननी माँयें अपने बेटे जनने पर #पश्चात्ताप_की_आग में जलती होंगी. दूसरी ओर मातृभूमि #गद्दारों और #ममत्व के व्यवसायियों के भार से बोझिल हो रही होगी!
.
हर कभी एक #दयनीय_माँ परोस दी जाती है उसके ममत्व और दुर्दशा पर संवेदनशील #आमजन_की_भावनायें उद्वेलित करने के लिए!
.
आखिर चाहते क्या हो आप?
.
ऐसे प्रपंचों से तो  बची खुची #मानवीय_संवेदनायें भी भारतभूमि में शेष ना बचेंगी मेरे गौरवशाली भारतबंधु!
.
आइये #नियति_के_प्रति #नैसर्गिक_दायित्व निर्वहन की दिशा में चलें… #कुछ_करें!

traffictail
Author: traffictail

Leave a Comment





यह भी पढ़ें